दूसरे दिन भी नहीं हो सकी काजी अबूल कलाम की गिरफ्तारी
देवास। पुलिस ने भले ही हवाई फायर करने वाले काजी अबूल कलाम के खिलाफ धारा 307, 25 आर्म्स एक्ट, एट्रोसिटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया लेकिन रविवार को भी पुलिस काजी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। हालांकि पुलिस का कहना है कि काजी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दल उसके घर पहुंचा था, किंतु काजी नहीं मिला। इससे साफ जाहिर होता है कि मुकदमा दर्ज होते ही काजी अबुल कलाम फरार हो गया और पुलिस उसे इतनी आसानी से गिरफ्तार नहीं कर पाएगी।
बताया जा रहा है कि काजी अग्रिम जमानत कराने की जुगाड़ में लग गया है और संभवतः सोमवार को काजी का वकील अग्रिम जमानत की अर्जी हाईकोर्ट में दाखिल कर सकता है। यदि सोमवार तक काजी की अग्रिम जमानत नहीं होती है, तो पुलिस पर काजी की गिरफ्तारी के लिए दबाव बढ़ सकता है। ऐसे में पुलिस के सामने एक बार फिर चुनौती खड़ी हो सकती है।
307 के आरोपी शहर काजी को पुलिस शीघ्र करे गिरफ्तार- बांगर
साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने का प्रयास करने वाले जो पूर्व में विभिन्न घटनाओं में लिप्त रहा है। उस पर गंभीर से गंभीर मुकदमा कायम होने के उपरांत भी पुलिस द्वारा गिरफ्तार न करना पुलिस विभाग की घोर निष्क्रियता का ज्वलंत उदाहरण है। उक्त आरोप समाजसेवी पूर्व पार्षद दिलीप बांगर ने लगाते हुए कहा कि क्या शहर काजी अबुल कलाम को राजनैतिक संवरक्षण के कारण नही पकड़ा जा रहा हे। सत्ताधीश नेताओं के वरदहस्त के चलते उक्त शहर काजी को 15 जनवरी 2016 को पेट्रोल बम के साथ पुलिस ने पकड़ा था। साथ ही पुलिस ने उसके विरूद्ध हत्या का प्रयास बलवा, पथराव करने की नामजद एफआईआर देवास पुलिस ने दर्ज की थी। उस समय भी पुलिस ने इसे खुल्ला छोड़ दिया था। वर्तमान में सिल्वर कॉलोनी क्षेत्र की घटना को लेकर काजी के समर्थन में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के नेता औद्योगिक क्षेत्र पुलिस थाने पर सीएसपी से बहस करते हुए वीडियो में दिखाई दे रहे है तो वही उक्त काजी प्रदेश के मुखिया से भाजपा नेता के साथ आत्मीयता से भेंट करते फोटो में दिखाई दे रहे है। इससे ऐसा प्रतित होता है कि शहर की फिजा बिगाड़ने वाले काजी को सत्ता का संवरक्षण प्राप्त है। भाजपा हिंदुत्व विचारधारा के अंतर्गत अगर कार्य करती है तो उन्हे चाहिए कि काजी के समर्थन में थाने पर पहुंचे। अल्पसंख्यक नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखावे एवं उक्त अपराधी को शीघ्र गिरफ्तार की मांग करे।