देवास। किसानों को निर्धारित मूल्य से अधिक दरों पर उर्वरक (खाद) बेचकर कालाबाजारी करने के आरोप में देवास जिले के पीपलरावां स्थित मेसर्स कृषि सेवा केंद्र के प्रोप्राइटर शाहिद खान पिता शाबिर खान के विरुद्ध एफआईआर (प्रथम सूचना रिपोर्ट) दर्ज की गई है। यह कार्रवाई कलेक्टर श्री ऋतुराज सिंह के कड़े निर्देशों के बाद की गई है, जिसके तहत कृषि विभाग और कार्यपालिक दंडाधिकारी के संयुक्त दल ने जांच की थी।
निरीक्षण में उजागर हुआ बड़ा घोटाला
जिला प्रशासन द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 05 नवंबर 2025 को कार्यपालिक दण्डाधिकारी सोनकच्छ और कृषि विभाग के दल ने संयुक्त रूप से मेसर्स कृषि सेवा केन्द्र पीपलरावां का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान टीम को गंभीर अनियमितताएँ मिलीं।
जांच में पाया गया कि प्रोप्राइटर शाहिद खान कृषकों को कच्चे बिल पर उर्वरकों का विक्रय कर रहे थे, और उन्हें शासन द्वारा निर्धारित मूल्य से काफी अधिक दरों पर खाद बेचा जा रहा था।
महंगी बेची जा रही थी यूरिया और कॉम्प्लेक्स खाद
निरीक्षण के दौरान विक्रय केंद्र से प्राप्त साक्ष्यों के अनुसार:
- यूरिया: एक बोरी यूरिया कृषकों को ₹400 में बेची गई, जबकि शासन द्वारा इसका निर्धारित मूल्य ₹266.50 प्रति बोरी है।
- कॉम्प्लेक्स उर्वरक (NPKS 05:15:0:10): यह खाद किसानों को ₹1500 प्रति बैग में बेचा जा रहा था, जबकि इसका निर्धारित मूल्य मात्र ₹700 प्रति बैग है।
यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि किसानों को 100 प्रतिशत से भी अधिक मुनाफा कमाकर ठगा जा रहा था।
उर्वरक नियंत्रण आदेश और आवश्यक वस्तु अधिनियम का उल्लंघन
प्रोप्राइटर शाहिद खान के विरुद्ध न केवल अधिक मूल्य पर विक्रय का आरोप है, बल्कि उनके द्वारा स्टाक रजिस्टर और अन्य आवश्यक दस्तावेज़ों का रिकॉर्ड संधारण भी नहीं किया जा रहा था। यह सीधे तौर पर सरकारी नियमों का उल्लंघन है।
इस गंभीर मामले में, शाहिद खान पिता शाबिर खान के खिलाफ उर्वरक (नियंत्रण) आदेश 1985 की धारा 3, 5 एवं 35 तथा आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3, 7 के तहत प्रथम सूचना रिपोर्ट थाना पीपलरावां में दर्ज कराई गई है।
जिला कलेक्टर श्री ऋतुराज सिंह ने किसानों के हित में सख्त रुख अपनाते हुए सभी उर्वरक विक्रेताओं को चेतावनी दी है कि वे निर्धारित मूल्यों का सख्ती से पालन करें, अन्यथा उनके विरुद्ध भी इसी प्रकार की कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कृषि विभाग ने जिले के सभी उर्वरक केंद्रों पर निगरानी बढ़ा दी है।


