देवासराजनीति

देवास को मेट्रो से वंचित रखना, देवास की जनता से छलावा – कांग्रेस

कांग्रेस ने की देवास को भी मेट्रो से जोड़ने की पुरजोर मांग

देवास। इंदौर में मेट्रो के काम की शुरुआत से ही देवास को मेट्रो से जोड़ने की मांग उठती रही है, लेकिन स्थानीय नेताओं की अकर्मण्यता के चलते देवास मेट्रो की सौगात से वंचित रह गया। हाल ही में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उज्जैन-इंदौर के बीच मेट्रो चलाने की बात कही है। इंदौर और उज्जैन के बीच मेट्रो लाइन का काम सिंहस्थ के पहले हो जाएगा। जबकि औद्योगिक नगरी कहे जाने वाले देवास से हजारों की तादाद में लोग इंदौर आना-जाना करते हैं, देवास के लोग अपने शहर को इंदौर महानगर का हिस्सा मानने लगे हैं। इसके बावजूद देवास को मेट्रो लाइन से वंचित रखा जा रहा है।

इसका मूल कारण यह है कि देवास के विधायक, सांसद और सरकार के प्रतिनिधि अपने शहर को यह सौगात दिला नहीं सके। उन्होंने कभी देवास के विकास को गति देने की सोची ही नहीं और ना कभी इसके लिए पुरजोर आवाज उठाई।

मेट्रो को लेकर बैठकें और बयान

विगत दिनों इंदौर में मेट्रो ट्रेन चलाने को लेकर जन प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की एक संयुक्त बैठक हुई जिसमें नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि मेट्रो ट्रेन को देवास और महू से लेकर उज्जैन तक चलाएंगे। इसके बाद श्री विजयवर्गीय ने एक पोस्ट में लिखा है कि 22 जून को मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव की उपस्थिति में भोपाल में हुई बैठक में यह निर्णय हुआ है कि उज्जैन में 2028 में होने वाले सिंहस्थ को लेकर इंदौर से मेट्रो ट्रेन उज्जैन तक चलाई जाएगी।

#### कांग्रेस का विरोध और मांग

शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी और प्रवक्ता सुधीर शर्मा ने बताया कि जब इंदौर शहर के लिए मेट्रो ट्रेन का सर्वे हो रहा था, तब ही उन्होंने मांग की थी कि मेट्रो ट्रेन देवास तक चलाई जाए। तत्कालीन मुख्यमंत्री स्व. बाबूलाल गौर की अध्यक्षता में इंदौर में हुई बैठक में भाजपा नेताओं ने यह प्रस्ताव रखा था कि मेट्रो को लाभ का धंधा बनाने के लिए ट्रेन को देवास तक चलाया जाए।

शहर कांग्रेस ने केंद्र में शहरी विकास मंत्री रहे श्री कमलनाथ जी को भी दिल्ली में प्रतिवेदन दिया था, जिस पर उन्होंने सैद्धांतिक स्वीकृति दी थी। वहीं, देवास नगर निगम में पूर्व महापौर सुश्री रेखा वर्मा की परिषद ने भी संकल्प पारित किया था कि मेट्रो को इंदौर के साथ देवास तक जोड़ा जाए। साथ ही कांग्रेस की परिषद ने दिल्ली जाकर मेट्रो कॉरपोरेशन के एमडी श्री धरन जी को भी पत्र सौंपा था। शहर के बुद्धिजीवियों, वरिष्ठ नागरिकों, पत्रकारों एवं संस्थाओं को भी पत्र लिखकर उनसे अनुरोध किया था कि वे भी मेट्रो चलाने के पक्ष में अपनी बात रखें।

कांग्रेस ने मांग की है कि जब मेट्रो ट्रेन का फिर से इंदौर में सर्वे हो रहा है और उज्जैन को भी मेट्रो से जोड़ने पर सहमति हुई है, तो उज्जैन के लिए भी मेट्रो का सर्वे होगा। हमारा अनुरोध है कि उज्जैन के साथ इंदौर से देवास के बीच भी मेट्रो ट्रेन का सर्वे किया जाए और स्वीकृति प्रदान की जाए।

इस संदर्भ में कांग्रेस ने सांसद श्री महेंद्र सिंह सोलंकी और विधायक श्रीमती गायत्री राजे पवार से भी अनुरोध किया है कि वे मेट्रो ट्रेन देवास तक लाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं और देवास को एक सौगात अपनी ओर से दें।

Sneha
san thome school
Back to top button