देवासधर्म संकृति

देवास में नवरात्रि की सजावट हुई फीकी, शहर की सेवाभावी संस्थाओं से पहल की अपेक्षा

देवास, 4 अक्टूबर 2024 – देवास शहर का सबसे बड़ा पर्व, नवरात्रि, जो हर वर्ष धूमधाम से मनाया जाता था, इस बार सूना-सूना नजर आ रहा है। जहां पिछले वर्षों में नगर निगम और प्रशासन ने शहर की सजावट और महोत्सव का जिम्मा उठाया था, वहीं इस बार शहर में न तो खास सजावट हुई है और न ही नवरात्रि का वह जोश दिखा, जो हर साल दिखाई देता था।

2022 में राज्य सरकार के निर्देश के बाद देवास में नगर गौरव महोत्सव की शुरुआत की गई थी। इस दौरान शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया था, चुनरी यात्राएं निकली थीं, और बड़े-बड़े कलाकारों के कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। लेकिन उसके बाद यह महोत्सव धीरे-धीरे मल्हार स्मृति मंदिर के सभागृह तक सिमट कर रह गया। इस वर्ष नवरात्रि के दौरान भी महोत्सव मात्र औपचारिकता बनकर रह गया है।

2024 की नवरात्रि में हालात और भी खराब हैं। शहर में कोई विशेष सजावट नहीं की गई। जब जनता का विरोध सामने आया तो मात्र कुछ झंडे बेमन से लगा दिए गए, लेकिन शहर की मुख्य सड़कों पर विद्युत सज्जा की कमी साफ तौर पर देखी जा सकती है। यहां तक कि सड़कों पर लगे राजनीतिक फ्लेक्स और होर्डिंग्स ने शहर की खूबसूरती पर पानी फेर दिया है। यह स्थिति तब है जब देवास में सांसद, विधायक, महापौर और नगर निगम सभी बीजेपी से हैं।

शहरवासियों में इस बार नगर निगम और नेताओं के प्रति नाराजगी है, जो इस प्रमुख त्योहार पर भी कोई रुचि नहीं दिखा रहे हैं। ऐसी स्थिति में शहर की सेवाभावी संस्थाओं से यह उम्मीद की जा रही है कि वे आगे आकर नवरात्रि के इस पर्व को फिर से उसी रौनक से मनाने में सहयोग दें। देवास की कुछ प्रमुख संस्थाएं, जो सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में हमेशा से आगे रही हैं, को इस समय सक्रिय होकर शहर की साज-सज्जा में योगदान देना चाहिए।

यह समय है जब देवास की संस्थाएं एकजुट होकर अपने शहर को फिर से सजाएं, ताकि नवरात्रि का पर्व हर वर्ष की तरह धूमधाम से मनाया जा सके और शहरवासियों में खुशी और उत्साह की लहर दौड़ सके।

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