बदनावर के महेश कवलादा की जहरीला पदार्थ खाने से हुई मौत, सुसाइड नोट से खुलासा
देवास/खातेगांव। बदनावर गांव के किसान महेश कवलादा (जाट) को ब्लैकमेल कर आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपियों ने महेश से लगभग 26 लाख रुपये ठगने के बाद उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया, जिसके चलते उसने जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।
सुसाइड नोट से हुआ खुलासा
खातेगांव थाना प्रभारी विक्रांत झांझोट ने बताया कि 10 सितंबर की रात महेश ने जहर खा लिया था, जिसके बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जांच के दौरान पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें उसने अपने साथ हुए अत्याचार और ब्लैकमेलिंग का खुलासा किया था। मृतक के परिजनों के बयान और सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया।
भांजा बना मुख्य आरोपी
पुलिस की प्रारंभिक जांच में महेश का भांजा, राजेश नैन उर्फ राजू जाट मुख्य आरोपी के रूप में सामने आया। पूछताछ के दौरान राजू ने स्वीकार किया कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर मामा महेश से करीब 18 लाख रुपये ब्लैकमेल कर ऐंठे थे। राजू की निशानदेही पर पुलिस ने अन्य तीन आरोपियों-लोकेश लोवंशी, सुरेश पंवार और पंकज जाट को भी गिरफ्तार किया। सभी ने इस अपराध में शामिल होने की बात स्वीकार की।
वकील और पुलिस बनकर किया ब्लैकमेल
सूत्रों के अनुसार, महेश ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि 2016 से उसे लगातार ब्लैकमेल किया जा रहा था। आरोपी कभी वकील तो कभी पुलिस बनकर उसे फोन करते और धमकाते थे। हाल ही में आरोपियों ने उससे 10 लाख रुपये की मांग की थी, लेकिन पैसे की व्यवस्था न कर पाने पर उसने आत्महत्या का कदम उठाया। सुसाइड नोट में महेश ने कई मोबाइल नंबरों का उल्लेख किया है, जिनसे उसे धमकाया जाता था।
राजू ने उड़ाए मामा के पैसे
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी राजू अय्याशी की प्रवृत्ति का है और उसने मामा से लिए पैसों को ऐशो-आराम में बर्बाद कर दिया। उसने अपने साथियों के साथ इंदौर और अन्य शहरों में जाकर महंगी होटलों में मौजमस्ती की।
आरोपियों की लालच से गई किसान की जान
परिजनों का कहना है कि महेश और राजू के बीच घनिष्ठ संबंध थे और महेश ने अपनी कई व्यक्तिगत बातें भी राजू से साझा की थीं। 2016 में जब महेश ने किसी लड़की से बातचीत का जिक्र किया, तब राजू ने इसका गलत फायदा उठाकर मामा को ने डराना-धमकाना शुरू किया। समझौता कराने के नाम पर राजू ने लगातार पैसों की मांग की और 8 सालों तक यह खेल चलता रहा। सुसाइड नोट में महेश ने आरोपियों द्वारा 26 लाख रुपये ठगने का जिक्र किया है।
पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और मामले की जांच जारी है। पुलिस को संदेह है कि इस प्रकरण में और भी लोग
शामिल हो सकते हैं।