देवासधर्म संकृति

जनजाति गौरव दिवस पर सर्व समाज की विशाल सभा एवं चलसमारोह का आयोजन

भारत की स्वतन्त्रता समर में अंग्रेजों से लोहा लेने वाले अमर बलिदानी भगवान बिरसा मुंडा जी की जन्मजयंती पर देवास में जनजाति विकास मंच एवं सर्व समाज द्वारा रविवार 13 नवंबर दोपहर 3 बजे विशाल सभा एवं चल समारोह का आयोजन किया गया।

सभा का शुभारंभ मंचासीन अतिथियों द्वारा भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण एवं द्वीप प्रज्वल्लन कर हुआ। जनजाति विकास मंच के जिला युवा कार्यप्रमुख श्री मुकेश जी वास्कल ने “जनजाति गौरव दिवस” की भूमिका रखी।
राजभवन भोपाल के जनजातीय प्रकोष्ठ विधि प्रमुख भंगू जी रावत ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि “जनजाति गौरव दिवस” स्वतंत्रता समर में जनजाति समाज के बलिदान को स्मरण करने का अवसर है। अनेकों जनजाति वीरों ने अंग्रेजो एवं आताताइयों से जल, जंगल, जमीन एवं अपने धर्म की रक्षा करते प्राणों की आहुति दी। श्री रावत जी ने टंट्या मामा भील, भीमा नायक, बिरसा मुंडा सहित कई जनजाति नायकों के वीरता एवं शौर्य के घटनाओ का उल्लेख किया। राणा पुंजा भील के बारे में बताते हुए अपने बताया कि किस तरह राणा पुंजा ने महाराणा प्रताप जी के साथ मिलकर मुगलों को मेवाड़ा से भगा दिया था। आपने जनजाति समाज के लोगों विदशी षड्यंत्र जो से बचने का आव्हान किया।

एडीएम श्री महेंद्र जी कवचे ने सम्बोधित करते हुए कहा कि शासन ने जनजाति नायक भगवान बिरसा मुंडा जी जन्मजयंती को “जनजाति गौरव दिवस” के रूप में मनाने का निर्देश दिए है । श्री कवचे जी ने भगवान बिरसा मुंडा जी जीवन परिचय सभी को बताया एवं उनके शौर्य एवं पराक्रम की प्रमुख घटनाओं का उल्लेख किया। इस अवसर पर तुलसी सम्मान से सम्मानित अंतराष्ट्रीय लोक गायक कालूराम जी बामनिया एवं कार्यक्रम के संयोजक श्री सुदेश जी सांगते भी मंच पर उपस्थित रहे। मंचासीन अतिथियों का परिचय जनजाति विकास मंच के श्री मनोहर जी बर्डे ने करवाया।

सभा के बाद चलसमारोह का आयोजन किया गया, यह चलसमारोह जवाहर चौक से प्रराम्भ होकर नयापुरा, जनता बैंक चौराह, सुभाष चौक, नावेल्टी चौराह, एम जी रोड होते हुए सयाजी द्वारा पर समाप्त हुआ। चल समारोह में जनजाति समाज के लोग पारम्परिक वेशभूषा में लोकगीतों पर नृत्य करते हुए निकले। पूरे मार्ग पर चलसमारोह का नगर के सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों ने पुष्प वर्षा कर किया। साथ मे हमू आखा एक छै, भगवान बिरसा मुंडा की जय, टंटया मामा की जय, जय श्री राम एवं भारत माता की जय से पूरा चलसमरोह गुजमान रहा। चलसमारोह में लोग जनजाति लोक नायकों के चित्रों की तख्तियों को लेकर चल रहे थे।

उक्त सभा एवं चलसमरोह में जनजाति समाज के लोगों के साथ नगर के सभी समाजिक, धार्मिक संगठनों के लोग भी हर्षोउल्लस से सम्मलित हुए। जनजाति विकास मंच द्वारा आयोजित यह सभा एवं चलसमारोह ने देवास समाजिक समरसता का एक उदाहरण प्रस्तुत किया।

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