देवास, मई 22: देवास शहर में शराब सिंडिकेट के बढ़ते प्रभाव के चलते जिला आबकारी अधिकारी को धमकाने की घटना सामने आई है? विभागीय सूत्रों के अनुसार शराब ठेकेदार और भाजपा महामंत्री पोपेंद्र सिंह बग्गा और मोनू सरदार के नेतृत्व में यह सिंडिकेट इतना शक्तिशाली हो चुका है कि उन्होंने आबकारी अधिकारी मंदाकिनी दीक्षित को ट्रांसफर करवाने की धमकी दे डाली।
सूत्रों के अनुसार, इस सिंडिकेट ने प्रतिस्पर्धा को समाप्त कर शराब को ओवर रेट पर बेचने का धंधा जारी रखा हुआ है, जिससे प्रतिदिन लगभग 5 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध आय हो रही है। जनता द्वारा बनाए गए कई वीडियो और लगातार हो रही शिकायतों के बाद, आबकारी अधिकारी मंदाकिनी दीक्षित ने कुछ दुकानों पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया था।
जैसे ही यह बात शराब सिंडिकेट को पता चली, उन्होंने दीक्षित को धमकी दी कि अगर उन्होंने कार्रवाई की तो उनका ट्रांसफर करवा दिया जाएगा। इस धमकी के बाद, दीक्षित ने भी यह समझ लिया कि सत्ताधारियों से पंगा लेना उचित नहीं है और वह भी अब सिस्टम का हिस्सा बन गई हैं।
सूत्रों के अनुसार, कलेक्टर ऋषभ गुप्ता ने भी इस मामले में जिला आबकारी अधिकारी को कार्रवाई करने का निर्देश दिया था, लेकिन अधिकारी ने उनके निर्देशों को नजरअंदाज कर दिया। इस घटना ने प्रशासन में भ्रष्टाचार और बाहुबल के प्रभाव को उजागर कर दिया है, जो कि एक गंभीर चिंता का विषय है।
इस मामले को लेकर जनता में रोष व्याप्त है और प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और कैसे इन ताकतवर सिंडिकेट के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करता है।