
SDM, SDO, तहसीलदार व पुलिस टीम की पहल से बनी आपसी सहमति, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों को चेतावनी
दुदलाई (जिला देवास), 07 मई 2025:
थाना सोनकच्छ अंतर्गत ग्राम दुदलाई में 2 मई को बारात के दौरान हुए विवाद का मामला अब प्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद शांतिपूर्ण तरीके से सुलझा लिया गया है। ग्राम सरपंच और कुछ ग्रामीणों के बीच उत्पन्न विवाद को गंभीरता से लेते हुए स्थानीय प्रशासन द्वारा दोनों पक्षों के साथ संवाद स्थापित कर आपसी सहमति से मामले को सुलझाया गया।
घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल बन गया था, जिसे देखते हुए 7 मई को एसडीएम प्रियंका मिमरोट, तहसीलदार संजय गर्ग, एसडीओपी दीपा मांडवे और थाना प्रभारी दीपक सिंह यादव ने ग्राम दुदलाई पहुंचकर दोनों पक्षों से चर्चा की और सभी को समझाइश दी। बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि गांव के मंदिर में पूर्व की भांति सभी का प्रवेश निषेध नहीं है, लेकिन मर्यादानुसार – बिना नशा और बिना जूते-चप्पल के ही प्रवेश किया जाएगा।
ग्राम सरपंच सालगराम मालवीय और पूर्व सरपंच गब्बर नागर ने भी साझा बयान में कहा कि गांव में हमेशा भाईचारा रहा है और रहेगा। मामूली विवाद को प्रशासन की मध्यस्थता से आपसी सहमति में बदल दिया गया है।
प्रशासन ने सख्त चेतावनी दी है कि यदि कोई व्यक्ति सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों से अफवाह फैलाकर गांव की शांति भंग करने का प्रयास करता है, तो उसके विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि विवाद के बाद दलित समाज के बारात को मंदिर में दर्शन से रोके जाने के आरोप लगे थे, जिसके खिलाफ भलाई समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज परमार ने एसपी कार्यालय में आंदोलन किया था। दोनों पक्षों की ओर से पुलिस में प्रकरण दर्ज किए गए थे। एक पक्ष ने आरोप लगाया कि नशे की हालत में और जूते पहनकर मंदिर में प्रवेश का प्रयास किया गया, जबकि दूसरे पक्ष ने इसे जातिगत भेदभाव बताया था।
पुलिस और प्रशासन की सूझबूझ से अब यह मामला शांति से सुलझ गया है और गांव में पुनः सौहार्द का माहौल बना है।


